Hum Kis Galli Ja Rahe Hain

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Lyrics

हम किस गली जा रहे हैं
 हम किस गली जा रहे हैं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अरमानों की अंजुमन में
 बेसुध है अपनी लगन में
 अपना कोई फ़साना नहीं
 अपना कोई फ़साना नहीं
 इक अजनबी सा चेहरा रहता है मेरी नज़र में
 इक दर्द आके ठहरा दिन-रात दर्द-ए-जिगर में
 इक अजनबी सा चेहरा रहता है मेरी नज़र में
 इक दर्द आके ठहरा दिन-रात दर्द-ए-जिगर में
 जागी है कैसी तलब सी! ये आरज़ू है अजब सी!
 लेकिन किसो को बताना नहीं
 लेकिन किसो को बताना नहीं
 हम किस गली जा रहे हैं
 हम किस गली जा रहे हैं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 बेताबियाँ हैं पल-पल, छाया ये कैसा नशा है!
 ख़ामोशियों में सदा होश भी गुमशुदा है
 बेताबियाँ हैं पल-पल, छाया ये कैसा नशा है!
 ख़ामोशियों में सदा होश भी गुमशुदा है
 दर-दर कहाँ घूमता है? मस्ती में क्यूँ झूमता है?
 दीवाने दिल ने जाना नहीं
 दीवाने दिल ने जाना नहीं
 हम किस गली जा रहे हैं
 हम किस गली जा रहे हैं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अपना कोई ठिकाना नहीं
 अपना कोई ठिकाना नहीं

Audio Features

Song Details

Duration
04:55
Key
2
Tempo
135 BPM

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