Kaabil Hoon (From "Kaabil")

2 views

Lyrics

तेरे मेरे सपने सभी
 तेरे मेरे सपने सभी
 बंद आँखों के ताले में हैं
 चाबी कहाँ ढूँढें बता?
 वो चाँद के प्याले में हैं
 फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो
 कहना बस यही
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 तेरे मेरे सपने सभी
 तेरे मेरे सपने सभी
 बंद आँखों के ताले में हैं
 चाबी कहाँ ढूँढें बता?
 वो चाँद के प्याले में हैं
 फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो
 कहना बस यही
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 ये शरारतें, ये मस्तियाँ
 अपना यही अंदाज़ है
 हो, समझाएं क्या? कैसे कहें?
 जीने का इसमें राज़ है
 धड़कन कहाँ ये धड़कती है
 दिल में तेरी आवाज़ है
 अपनी सब खुशियों का अब तो
 ये आगाज़ है
 तेरे मेरे सपने सभी
 तेरे मेरे सपने सभी
 बंद आँखों के ताले में हैं
 चाबी कहाँ ढूँढें बता?
 वो चाँद के प्याले में हैं
 फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो
 कहना बस यही
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 सागर की रेत पे दिल को जब
 ये बनायेंगी मेरी उँगलियाँ
 तेरे नाम को ही पुकार के
 खन्नकेंगी मेरी चूड़ियाँ
 तुझमे अदा ऐसी है आज
 उड़ती हो जैसे तितलियाँ
 फीकी अब ना होंगी कभी
 ये रंगीनियाँ
 तेर मेरे सपने सभी
 बंद आँखों के ताले में हैं
 चाबी कहाँ ढूँढें बता?
 वो चाँद के प्याले में हैं
 फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो
 कहना बस यही
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 मैं तेरे काबिल हूँ या
 तेरे काबिल नहीं
 

Audio Features

Song Details

Duration
05:14
Key
11
Tempo
90 BPM

Share

More Songs by Jubin Nautiyal

Albums by Jubin Nautiyal

Similar Songs