Samajh Kar Chand Jis Ko (From "Baazigar")

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Lyrics

समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
 समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
 मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
 मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
 ♪
 तेरे मेहंदी लगे हाथों में जब चूड़ी खनकती है
 तो इस गोरी कलाई में ये दिल बनके धड़कती है
 ये दिल बनके धड़कती है, ये दिल बनके धड़कती है
 ♪
 ये चूड़ी आशिक़ों को प्यार के नग़मे सुनाती है
 सुहानी रात की खामोशियो में हीर गाती है
 ये चूड़ी हीर गाती है, ये चूड़ी हीर गाती है
 ♪
 ज़मी पर जो उतर आया, ये वो जन्नत का नग़मा है
 समझकर चाँद जिसको आसमाँ ने दिल में रखा है
 मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
 मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
 ♪
 मेरे महबूब जैसा इस ज़माने में नहीं कोई
 दिया लेके भी ढूँढ़ो तो नहीं ऐसा हंसीं कोई
 नहीं ऐसा हंसीं कोई, नहीं ऐसा हंसीं कोई
 ♪
 कभी टूटे से टूटे ना हमारे प्यार की ड़ोरी
 तेरी चाहत ही बस मेरे लिए अनमोल है गोरी
 बड़ी अनमोल है गोरी, बड़ी अनमोल है गोरी
 ♪
 जुदा हम तुम नहीं होंगे हमारा तुमसे वादा है
 समझकर चाँद जिसको आसमा ने दिल में रखा है
 मेरी नज़रों से देखो तो वो मेरे दिल का टुकड़ा है
 मेरे महबूब की टूटी हुई चूड़ी का टुकड़ा है
 

Audio Features

Song Details

Duration
07:11
Key
4
Tempo
98 BPM

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