kho gaya

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Lyrics

कुछ ही दिन से हूँ, मैं भी गिनता दिन यहाँ
 जैसे कोई ढूँढे है बेवजह जीने की वजह
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 क्यूँ दूर है तू? फिर भी यहीं है
 करता हूँ इंतज़ार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 कैसे अब कहूँ
 तुम से जो ना कह सका?
 मुझ को कोई समझे ना
 तू बता, तू क्या ले गया?
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 थोड़ा सही तू, थोड़ा ग़लत मैं
 आओ ना एक बार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने क्यूँ मैं खो गया हूँ तुझ को मिल कर
 आँखों में थी बातें, पर ये होंठ मेरे सिलकर चुप
 हाँ, दुख तो हुआ था, मिले ना हम सालों में
 पर जब भी खोए यादों में, तू ढूँढ लेना गानों में (सच)
 ख़ैर
 बीतेंगे साल और खड़ा मैं stage पे (फ़िर)
 भाई सारे करें rage
 और नज़रें पड़ती लोगों के बीच में
 वहाँ पे खड़ी अकेली तू भीड़ में
 सोचूँ कि सपना है या नसीब है
 दिल पे जो रहता वो आँखों पे ना है यक़ीन
 पर खुद को पूछता रहता repeat पे
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 
 कुछ ही दिन से हूँ, मैं भी गिनता दिन यहाँ
 जैसे कोई ढूँढे है बेवजह जीने की वजह
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 क्यूँ दूर है तू? फिर भी यहीं है
 करता हूँ इंतज़ार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 कैसे अब कहूँ
 तुम से जो ना कह सका?
 मुझ को कोई समझे ना
 तू बता, तू क्या ले गया?
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 थोड़ा सही तू, थोड़ा ग़लत मैं
 आओ ना एक बार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने क्यूँ मैं खो गया हूँ तुझ को मिल कर
 आँखों में थी बातें, पर ये होंठ मेरे सिलकर चुप
 हाँ, दुख तो हुआ था, मिले ना हम सालों में
 पर जब भी खोए यादों में, तू ढूँढ लेना गानों में (सच)
 ख़ैर
 बीतेंगे साल और खड़ा मैं stage पे (फ़िर)
 भाई सारे करें rage
 और नज़रें पड़ती लोगों के बीच में
 वहाँ पे खड़ी अकेली तू भीड़ में
 सोचूँ कि सपना है या नसीब है
 दिल पे जो रहता वो आँखों पे ना है यक़ीन
 पर खुद को पूछता रहता repeat पे
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 
 कुछ ही दिन से हूँ, मैं भी गिनता दिन यहाँ
 जैसे कोई ढूँढे है बेवजह जीने की वजह
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 क्यूँ दूर है तू? फिर भी यहीं है
 करता हूँ इंतज़ार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 कैसे अब कहूँ
 तुम से जो ना कह सका?
 मुझ को कोई समझे ना
 तू बता, तू क्या ले गया?
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 थोड़ा सही तू, थोड़ा ग़लत मैं
 आओ ना एक बार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने क्यूँ मैं खो गया हूँ तुझ को मिल कर
 आँखों में थी बातें, पर ये होंठ मेरे सिलकर चुप
 हाँ, दुख तो हुआ था, मिले ना हम सालों में
 पर जब भी खोए यादों में, तू ढूँढ लेना गानों में (सच)
 ख़ैर
 बीतेंगे साल और खड़ा मैं stage पे (फ़िर)
 भाई सारे करें rage
 और नज़रें पड़ती लोगों के बीच में
 वहाँ पे खड़ी अकेली तू भीड़ में
 सोचूँ कि सपना है या नसीब है
 दिल पे जो रहता वो आँखों पे ना है यक़ीन
 पर खुद को पूछता रहता repeat पे
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 
 कुछ ही दिन से हूँ, मैं भी गिनता दिन यहाँ
 जैसे कोई ढूँढे है बेवजह जीने की वजह
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 क्यूँ दूर है तू? फिर भी यहीं है
 करता हूँ इंतज़ार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 कैसे अब कहूँ
 तुम से जो ना कह सका?
 मुझ को कोई समझे ना
 तू बता, तू क्या ले गया?
 मिलने हैं आई मुझ से वो रातें
 मुझ से वो यादें बार-बार
 थोड़ा सही तू, थोड़ा ग़लत मैं
 आओ ना एक बार
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने क्यूँ मैं खो गया हूँ तुझ को मिल कर
 आँखों में थी बातें, पर ये होंठ मेरे सिलकर चुप
 हाँ, दुख तो हुआ था, मिले ना हम सालों में
 पर जब भी खोए यादों में, तू ढूँढ लेना गानों में (सच)
 ख़ैर
 बीतेंगे साल और खड़ा मैं stage पे (फ़िर)
 भाई सारे करें rage
 और नज़रें पड़ती लोगों के बीच में
 वहाँ पे खड़ी अकेली तू भीड़ में
 सोचूँ कि सपना है या नसीब है
 दिल पे जो रहता वो आँखों पे ना है यक़ीन
 पर खुद को पूछता रहता repeat पे
 जाने ये क्या हो गया, मैं क्यूँ तनहा हो गया?
 तेरी यादों में मैं क्यूँ-, जाने क्यूँ मैं खो गया
 जाने ये क्या हो गया, जाने दो जो भी हुआ
 सोचा करता हूँ मैं क्यूँ? जाने क्यूँ मैं खो गया
 

Audio Features

Song Details

Duration
02:57
Tempo
155 BPM

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