Meri Khamoshi Hai

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Lyrics

तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल तेरा चकोरे सा भागा क्यूँ है
 चाँद बगल में तेरा
 कंधों पे ये ख्वाब ऐसा लदा क्यूँ है
 तकिये पे रख तो ज़रा
 छुपे हैं जो दिल के
 सुराग दिखा दूँ तुझे
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 दिल के बिछौने जो थे कोरे-कोरे
 रंग से खिलने लगे
 ख्वाब के बगीचे धागा-धागा चुने
 फुरसत से सिलने लगे
 कहाँ से ये सीखा?
 हुनर बता दिल मेरे...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 जलते बुझते हर्फ़ हैं जो
 होठों पे ये बर्फ क्यूँ हो
 इन सवालों का तू जवाब है
 सुन ज़रा...
 तेरे ही ज़िक्र की जासूसी
 मेरी खामोशी है
 रहूँ मैं चुप क्यूँ
 बातूनी मेरी खामोशी है
 

Audio Features

Song Details

Duration
05:18
Key
4
Tempo
92 BPM

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