Mann Mein Shor

3 views

Lyrics

मेरे मन में, मन में...
 (कर जाऊँ जो मैंने ठान लिया)
 मेरे मन में, मन में एक शोर है
 खिंचती एक डोर है
 कर जाऊँ जो मैंने ठान लिया
 वैसे तो होती sweet बातें यहाँ
 बजें दस तो चाय, coffee तू पिला दे यहाँ
 यहाँ पर आग बड़ी गरम है, chair बड़ी नरम है
 Mail पे भेजेंगे bomb, bomb जा के फूटे वहाँ
 वहाँ पर कल हम आराम से बैठेंगे
 सपनों को सच हम बनाकर भी देखेंगे
 Work कितना, load कितना, काम में है ज़ोर इतना
 ठान ही लिया है, क़िस्मत ठीक है, ले जाए जहाँ
 मेरे मन में, मन में एक शोर है
 खिंचती एक डोर है
 कर जाऊँ जो मैंने ठान लिया
 चलती रहेगी छोटी बातें यहाँ
 सपनों की बात बड़ी है
 आग बड़ी गरम है, chair बड़ी नरम है
 Mail पे भेजेंगे bomb (यहाँ...)
 दिल में खिंची एक तान हूँ
 ऐसी राग छिड़ी है
 रूह से लहू तक गूँजती है
 तुम ही बताओ होश कहाँ
 मेरे मन में, मन में एक शोर है
 खिंचती एक डोर है
 कर जाऊँ जो मैंने ठान लिया
 

Audio Features

Song Details

Duration
01:36
Key
2
Tempo
94 BPM

Share

More Songs by Karthik Rao

Albums by Karthik Rao

Similar Songs