Armaan

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Lyrics

ऐसे थे ग़म सारे
 अपने दिलों को हारे
 राहों में हम सारे
 अपने दिलों को हारे
 कैसे कहूं कैसे जियूं
 ग़म ये सारे हैं
 ऐसे मेरे आसूं बहे
 बागी हैं परवाज़
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं
 ऐसे जान देके भी
 मेरे दिल में है तू ही
 और कुछ भी नहीं जानम
 फ़िर भी बाकी हैं आवाज़
 और बाकी हैं सवाल
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं
 ज़िन्दगी बेगानी, अधूरी सी कहानी
 राहों पे उलझी है, अधूरी सी कहानी
 कैसे कहूं कैसे जियूं
 ग़म ये सारे हैं
 ऐसे मेरे आसूं बहे
 बागी हैं परवाज़
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं
 ऐसे जान देके भी
 मेरे दिल में है तू ही
 और कुछ भी नहीं जानम
 फ़िर भी बाकी हैं आवाज़
 और बाकी हैं सवाल
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं
 खोए सभी हैं
 भटकी ज़िन्दगी है
 पीले आसूं है तो क्या
 आगे चलकर ही
 गिरके उठकर ही
 सुनले अपनी तू आवाज़
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं
 ऐसे जान देके भी
 मेरे दिल में है तू ही
 और कुछ भी नहीं जानम
 फ़िर भी बाकी हैं आवाज़
 और बाकी हैं सवाल
 अरमान फ़िर क्यूं यहीं

Audio Features

Song Details

Duration
03:31
Key
9
Tempo
172 BPM

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