Laparwah

3 views

Lyrics

यूं तो ये नदी, बहे जा रही है
 अन्दर एक मछली, गोते खा रही है
 रोशनी हरी, आसमां से आ रही है
 उड़नतश्तरी, कब से बुला रही है
 चला जो जाए, वापस नहीं आता वो
 झूठी आवाजों के है, किस्से सुनाता वो
 समझ आए तो ये, बात गांठ बांध लो
 औरों से पहले तुम, खुद को ही जान लो
 मैं तो सपनों में था
 दरवाजा ना खोला
 टूटना ही था ताला
 मैं हूँ जो लापरवाह
 मैं तो सपनों में था
 दरवाजा ना खोला
 टूटना ही था ताला
 मैं हूँ जो लापरवाह
 ♪
 मैं वो कबूतर हूँ, जो बिल्ली को देखके
 आँखें बंद करके, मुँह बैठता है फेर के
 पंजा जो पड़ता है तो, उड़ना मैं चाहता हूँ
 पंख सिले हैं मेरे, उड़ना ना पाता हूँ
 कभी ना कभी तो, वादी में जाऊँगा
 Question वहां के हैं जो, तुमसे बनवाऊँगा
 फिर लिखेंगे क्या? असली कहानी है
 घुटनों तक है, या गर्दन तक पानी है
 मैं तो सपनों में था (मैं तो सपनों में था)
 दरवाजा ना खोला (दरवाजा ना खोला)
 टूटना ही था ताला (टूटना ही था ताला)
 मैं हूँ जो लापरवाह (मैं हूं जो लापरवाह)
 मैं तो सपनों में था (मैं तो सपनों में था)
 दरवाजा ना खोला (दरवाजा ना खोला)
 टूटना ही था ताला (टूटना ही था ताला)
 मैं हूँ जो लापरवाह (मैं हूं जो लापरवाह)
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 ♪
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 क्या है ज़िन्दगी? क्या अंजाम?
 खुद ही बादशाह, खुद ही गुलाम
 

Audio Features

Song Details

Duration
06:49
Key
10
Tempo
130 BPM

Share

More Songs by Faridkot

Albums by Faridkot

Similar Songs