Dil Kehta Hai - Recreated Version

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Lyrics

दिल कहता है चल उनसे मिल
 उठते हैं कदम रुक जाते हैं
 दिल हमको कभी समझाता है
 हम दिल को कभी समझाते हैं
 हम जबसे हैं जुदा
 हे मेरे हमनशीं
 यूँ देखो तो मेरे
 दामन में क्या नहीं
 दौलत का चाँद है
 शोहरत की चांदिनी
 मगर तुम्हें खो के
 लगे है मुझे ऐसा
 के तुम नहीं तो कुछ भी नहीं
 तुम क्या जानो अब हम कितना
 दिल ही दिल में पछताते हैं
 दिल हमको कभी समझाता है
 हम दिल को कभी समझाते हैं
 दिल कहता है चल उनसे मिल
 उठते हैं कदम रुक जाते हैं
 दिल हमको कभी समझाता है
 हम दिल को कभी समझाते हैं
 

Audio Features

Song Details

Duration
02:36
Key
5
Tempo
101 BPM

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