Dil Toh Bacha Hai Ji Unplugged
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Lyrics
ऐसी उल्ज्जी नज़ारा उन से हटती नहीं दाट से रेशमी डोर कटती नहीं उम्र कब की बारस के सफ़ेद हो गयी कारी बदरी जवानी की चटटी नहीं वल्लाह ये धड़कन बढ़ने लगी है चेहरे की रंगत उड़ने लगी है डर लगता है तन्हा सोने में जी दिल तो बच्चा है जी थोडा कच्चा है जी दिल तो बच्चा है जी थोडा कच्चा है जी ऐसी उल्ज्जी नज़ारा उन से हटती नहीं दाट से रेशमी डोर कटती नहीं उम्र कब की बारस के सफ़ेद हो गयी कारी बदरी जवानी की चटटी नहीं la la la la la la la la la la la la la la la la किस को पत था पेह्लूं में रखा दिल ऐसा बजी भी होगा हम तो हमेशा समझाते थे कोई हम जैसे हाजी हे होगा आये जोर करे कितना शोर करे बेवजा बातों पे ईव गौर करें दिल सा कोई कमीना नहीं कोई तो रोके कोई तो टोके इस उम्र में अब खाओ गे धोके डर लगता है इश्क़ करने मई जी दिल तो बच्चा है जी थोड़ा कच्चा है जी दिल तो बच्चा है जी थोड़ा कच्चा है जी ♪ ऐसी उदासी बेटी है दिल पे ऐसी उदासी बेटी है दिल पे हँसाने से घबरा रहे है साडी जवानी कतरके काँटी पिरि में टकरा गए है दिलद्यड़कता है तो ऐसी लगता है वो आ रहा है यही देखता हे न हो प्रेम की मरे कटर रे तौबा ये लमहे काटते नहीं है क्यों आँखों से मेरी हटते नहीं क्यों डर लगता है मुझसे कहना मै जी दिल तो बच्चा है जी थोडा कच्चा है जी दिल तो बच्चा है जी थोडा कच्चा है जी
Audio Features
Song Details
- Duration
- 07:09
- Key
- 5
- Tempo
- 170 BPM