Bandey
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Lyrics
क़िस्मत से कहाँ, तू ख़ुद से लड़ता है फ़िर हारे तू क्यूँ यहाँ? जब टूटे हैं ये दिल, रो भी ना तू पाए और कुछ ना कहे ये ज़ुबाँ जाता जाए तू कहाँ बता, तेरी मंज़िल कहाँ? छोड़ आया अंजाने में क्या वो मिल पाएँगे वहाँ? ♪ सिकंदर है वो जो जीता है यहाँ फ़िर भी अकेला वो रहता है यहीं सब है तेरे पास, फ़िर भी तू क्यूँ रोए? ना सोना, चाँदी तू माँगे रब से अब ना कर तू ये ख़ता छोड़ आया अंजाने में क्या वो मिल पाएँगे वहाँ? बंदे बंदे बंदे तेरे पैरों के निशाँ इस मिट्टी पर तुझको ले आएँगे यहाँ ♪ क्यूँ चलते-चलते रुक जाए तू कहीं? क्यूँ मुड़के ढूँढे कोई अपना यहाँ? सब है तेरे पास, फ़िर भी तू क्यूँ रोए? ना सोना, चाँदी तू माँगे रब से अब ना कर तू ये ख़ता छोड़ आया अंजाने में क्या वो मिल पाएँगे वहाँ? बंदे (ख़ुद को ना तू सता) बंदे (कल होगा क्या पता) बंदे (ज़िंदगी है यहाँ) क्यूँ काटे इससे तू घुट-घुट के यूं, जिया? Yea-ee, yea-ee, yea-ee, yeah Yea-ee, yea-ee, yea-ee, yeah Yeah, hey Yea-ee, yea-ee, yea-ee, yeah Yea-ee, yea-ee, yea-ee, yeah
Audio Features
Song Details
- Duration
- 05:05
- Key
- 8
- Tempo
- 92 BPM