Mere Yaar

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Lyrics

अब क्या कहें उनसे, जनाब
 पिछले ग़ुरूर टूटे नहीं
 थे हर घड़ी जो रू-ब-रू
 अब एक शाम मुमकिन नहीं
 ♪
 है क़यामत ये मोहब्बत
 हारे हैं हम, ना शिकवा कोई
 ये दास्तान अब मुख़्तसर
 क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
 सुनता है, मेरे यार
 तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
 सुनता है, मेरे यार
 कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
 ♪
 थी हसरतें जिनसे हज़ार
 रुख़सत हुए अक्सर वही
 हर शिकायत अब बेअसर
 क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
 सुनता है, मेरे यार
 तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
 सुनता है, मेरे यार
 कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
 ♪
 थी हसरतें जिनसे हज़ार
 रुख़सत हुए अक्सर वही
 है दास्ताँ ये मुख़्तसर
 क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
 ♪
 सुनता है मेरे यार
 तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
 सुनता है, मेरे यार
 कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
 

Audio Features

Song Details

Duration
04:46
Key
2
Tempo
78 BPM

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